ग्राहक को कैसे समझे

व्यापार की यह पहली शर्त है कि ग्राहक को बिना पहचाने व्यापारी अपने व्यापार में सफल नहीं हो सकता

भारतीय बाजारों में अधिकतर व्यापारियों के असफल होने का मोटा माटी कारण भी यही होता है

व्यापार को और बढ़ाने के लिए सबसे पहले जरूरी है की अपने ग्राहकों की पहचान की जाए

हालांकि ग्राहकों को जानना और फिर उन लोगों को अपने व्यापार से जोड़ना काफी मुश्किल काम है

अगर एक व्यापारी अपने ग्राहकों की पहचान सूची बनाने या अपनी वस्तुओं की जानकारी उन तक पहुंचाने में सफल हो जाता है

सबसे पहले ग्राहक की बात सुनें, उनकी ज़रूरतों, समस्याओं और अपेक्षाओं को समझें

अपने दृष्टिकोण से, ग्राहक के साथ आम सहमति पाएँ

ग्राहक को विभिन्न विकल्प पेश करें और उनकी पसंद और ज़रूरतों के अनुसार सही समाधान उपलब्ध कराए