विजय स्तम्भ क्यों प्रसिद्ध है 

निर्माण

इसे राणा कुंभा ने 1448 में महमूद खिलजी पर विजय की स्मृति में बनवाया था

ऊंचाई

यह 37.19 मीटर (122 फीट) ऊंचा है

वास्तुकला

स्तम्भ की दीवारों पर देवी-देवताओं, पौराणिक कथाओं और शिलालेखों की नक्काशी की गई है।

वास्तुकला

यह स्तम्भ  राजपूत वास्तुकला का अद्वितीय उदाहरण है

सीढ़ियां

इसके अंदर 157 सीढ़ियां हैं, जो शीर्ष तक पहुंचने का मार्ग देती हैं।

सीढ़ियां

यहां से चित्तौड़गढ़ किले का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है

इतिहास

महाराणा कुम्भा ने 1440 में मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी पर विजय प्राप्त करने के बाद इसे बनवाया था

विशेषता

स्तंभ के शीर्ष से चित्तौड़गढ़ किले और आसपास के क्षेत्र का शानदार दृश्य मिलता है