इंश्योरेंस वाहन का हो या इंसान का… यह कम प्रीमियम पर बड़ा फायदा देता है लेकिन स्थिति यह है की आम आदमी को वाहन इंश्योरेंस तो समझ आ रहा है लेकिन लाइफ इंश्योरेंस अभी भी एक आर्थिक बोझ ही लगता है तो यहाँ आपके लिए यह जानना जरुरी है की SBI की PAI यानि पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी क्यों जरुरी है और यह आपके परिवार को कितना कवर देती है तो करेंगे पड़ताल सटीक और सरल सब्दो में बस बने रहे आर्टिकल के अंत तक
Personal Accidental Insurance
लाइफ इंश्योरेंस, किसी भी परिवार के लिए सुरक्षा कवच होता है इसमे इन्सोर्ड / Insured व्यक्ति और इंश्योरेंस कंपनी के बीच एक पॉलिसी कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिसमें पॉलिसी होल्डर एक निश्चित समय पर कंपनी को भुगतान करता है और इंश्योरेंस कंपनी इसके बदले में उस पॉलिसी होल्डर के साथ अप्रिय घटना होने पर परिवार को नगद राशी या सुविधाए देती है
एसबीआई इंश्योरेंस पॉलिसी
परिवारों को आर्थिक संरक्षण प्रदान करने के लिय कई कम्पनिया काम कर रही है जिनमे कुछ सरकारी कम्पनी भी है तो प्राइवेट भी है और यह पर्सनल इंश्योरेंस के साथ साथ ग्रुप इंश्योरेंस, बिजनिस इंश्योरेंस, लोन इंश्योरेंस के रूप में लाइफ इंश्योरेंस प्रदान करती है और इन्ही में से एक SBI की PAI मतलब पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस…
SBI Personal Accident Insurance
SBI की पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी-, एसबीआई जनरल के द्वारा दी जाने वाली देश की सबसे सस्ती पॉलिसीयो में से एक है. इसमे एसबीआई के अकाउंट होल्डर के एक्सीडेंटल डेथ होने की स्थिति में इस पॉलिसी के तहत कवरेज दिया जाता है
Types of Personal Accident Insurance
SBI द्वारा पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी को चार भागो में विभाजित किया गया है जिसका उद्देश्य हर वर्ग तक इसको पहुचाना था. इसका यह विभाजन पॉलिसी प्रीमियम और मेच्योरिटी बेनिफिट के आधार पर किया गया
पॉलिसी प्रीमियम | मेच्योरिटी बेनिफिट | |
1 | 100 ₹ | 2 लाख |
2 | 200₹ | 4 लाख |
3 | 500₹ | 10 लाख |
4 | 1000₹ | 20 लाख |
PAI के लिय योग्यताए
एसबीआई बैंक द्वारा PAI / पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वाले ग्राहकों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जैसे
- पॉलिसी होल्डर भारत का मूल निवासी होना चाहिए
- पॉलिसी होल्डर का भारतीय स्टेट बैंक में एक सेविंग अकाउंट होना चाहिए
- अकाउंट होल्डर की आयु 18 वर्ष से 65 वर्ष तक होनी चाहिए
लाइफ इंश्योरेंस का लाभ
आपको बता दे की यह पॉलिसी एक्सीडेंटल डेथ को ही कवर करती है हां यहां पर यह जरूर ध्यान देने वाली बात है एक्सीडेंटल का मतलब सिर्फ वाहन एक्सीडेंट ही नहीं है, किसी भी प्रकार के हादसे से होने वाले दुर्घटना को इसमें कवर किया जाता है जैसे वाहन दुर्घटना, किसी ऊंचाई से गिरना, शरीर पर किसी भी वस्तु के गिरने से हुई मौत, सर्प या फिर किसी जहरीले जानवर के काटने से होने वाली मौत, बिजली का करंट लगने से होने वाली मौत …आदि सभी हादसों को कवर किया जाता है
लाइफ इंश्योरेंस कब लागु नहीं होता है
SBI बैंक ने अपनी इस पॉलिसी को लेकर काफी सख्त नियम भी बनाये, उन नियमों की अवहेलना होने पर पॉलिसी होल्डर का इंश्योरेंस क्लेम केंसिल भी हो सकता है जैसे –
- अगर किसी तरह के दंगे में या शराब पीकर गाड़ी चलाते वक्त होने वाले एक्सीडेंट में इस पॉलिसी का फायदा नहीं मिलेगा
- अगर किसी व्यक्ति ने आत्महत्या की हो या नशीले पदार्थो के सेवन से मृत्यु होने पर भी इस पॉलिसी का फायदा नहीं मिलेगा
- किसी भी प्रकार का अवैध काम करते हुये मृत्यु होने पर भी इस पॉलिसी का फायदा नहीं मिलेगा
- साहसिक या खतरनाक खेलों में भाग लेने के कारण होने वाली मौत को भी इसमें शामिल नहीं किया जाता है
- युद्ध, गृहयुद्ध, आक्रमण, क्रांति, विदेशी आक्रमण आदि में सहभागिता से हुई डेट को भी इसमें शामिल नहीं किया जाता है
- बच्चे के जन्म व गर्भावस्था की जटिलता के कारण हुई डेथ को भी इसमें कवर नहीं किया जाता है
SBI PAI Apply
एसबीआई बैंक अपनी PAI / इस पॉलिसी के रजिस्ट्रेशन या फिर अप्लाई करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही मोड़ पर काम करता है
ऑफलाइन मॉड– Offline Mode में एसबीआई PAI यानि पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी के रजिस्ट्रेशन के लिए ग्राहक को अपनी बैंक शाखा में विजिट करना होता है वहां पर SBI PAI Apply का एक फॉर्म मिलेगा उसको भरकर अपनी केवाईसी के साथ जमा करवाना होता है इसके बाद यह है इंश्योरेंस आपके अकाउंट पर एक्टिव कर दी जाती है
ऑनलाइन मोड– Online Mode रजिस्ट्रेशन करने के लिए एसबीआई योनो एप का यूज़ करना होता है जिसके कुछ स्टेप्स नीचे दिए गए हैं जिन को फॉलो करते हुए एसबीआई पाई अप्लाई की जा सकती है
- सबसे पहले एसबीआई Yono App इंस्टॉल करके लॉगिन करें
- Yono App के होम स्क्रीन पर एक इंश्योरेंस का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर क्लिक करें
- अब आपके सामने एक नया पेज Open होगा यहाँ पर आप Buy New Policy पर क्लिक करे
- अब यहां पर पर्सनल एक्सीडेंटल पॉलिसी का लोगो दिखाई देगा उस पर क्लिक करना है
- नीचे स्क्रोल करने पर T&C का बॉक्स दिखाई देगा जिसको एक्सेप्ट करते हुए Next बटन पर क्लिक करना है
- अब यहां पर पॉलिसी कवरेज से जुड़ी हुई कुछ जानकारी मांगी जाएगी जो सही-सही भर कर Next करना है
- अब यहां अगले पेज में नॉमिनी से संबंधित डिटेल मांगी जाएगी वह भरकर Next पर क्लिक कर देना है
- अब यहां पर आपके सामने अकाउंट चुनने करने का ऑप्शन आएगा जिसको सलेक्ट कर के पॉलिसी अमाउंट डेबिट करना है
- अब आपके सामने ओटीपी का ऑप्शन आएगा जिसमें मोबाइल में आए ओटीपी को डालकर Submit करना है इसी के साथ आपको कांग्रेचुलेशन का मैसेज आ जाएगा और आपकी पॉलिसी एक्टिवेट हो जाएगी
इंश्योरेंस पॉलिसी क्लेम कैसे करे
अगर एसबीआई के किसी ग्राहक ने यह पॉलिसी ले रखी है और उस की एक्सीडेंटल डेथ हो जाती है तो उस अकाउंट होल्डर का नॉमिनी इस पॉलिसी के लिए क्लेम कर सकता है जिसके लिए एसबीआई की ओर से कई प्रकार की प्लेटफार्म उपलब्ध करवाए गए हैं
- नॉमिनी अकाउंट फोल्डर की बैंक शाखा में जाकर ऑफलाइन मोड में आवेदन कर सकते हैं
- नॉमिनी एसबीआई के टोल फ्री नंबर 180011 2211 पर कॉल करके भी आवेदन कर सकता है
- एसबीआई बैंक की ओर से PAI पॉलिसी क्लेम के लिए मेल आईडी भी जारी की गई है- Customer.care@sbigeneral.in
- API पॉलिसी क्लेम के लिए वेबसाइट पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं – www.sbigeneral.in
SBI PAI की मुख्य विशेषताएं
- यह पॉलिसी आकस्मिक मृत्यु को ही कवर करती है ऐसी स्थिति में एकमुश्त मैं लाभ का भुगतान किया जाता है
- इस पॉलिसी के लिए एसबीआई बैंक या उसके किसी भी सहयोगी बैंक के साथ सेविंग या करंट अकाउंट रखने वाले ग्राहक द्वारा अप्लाई किया जा सकता है
- PAI में दिया जाने वाला कवरेज स्पष्ट है और प्रीमियम के अनुसार अधिकतम 20लाख रुपए तक जा सकता है
- इस पॉलिसी का प्रीमियम काफी कम है और इस को आसानी से वहन किया जा सकता है
SBI PAI FAQ
SBI PAI / पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी, के इस आर्टिकल के माध्यम से SBI PAI से सम्बंधित समस्त जानकारी जैसे “लाइफ इंश्योरेंस क्या है, SBI PAI Kya Hai, PAI के लिय योग्यताए, लाइफ इंश्योरेंस का लाभ,SBI PAI Apply, पॉलिसी क्लेम कैसे करे” आदि की सटीक जानकारी देने का भरपूर प्रयास किया गया है। फिर भी SBI PAI से सम्बंधित कुछ सवाल जो अक्सर लोगो के मन में रहते है जैसे —
Life Insurance kya hai
लाइफ इंश्योरेंस (जीवन बीमा) एक वित्तीय योजना है जिसका उद्देश्य मृत्यु के बाद परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना में पॉलिसी होल्डर एक प्रीमियम भुगतान करता हैं और यदि उसकी मृत्यु हो जाती है, तो पॉलिसी होल्डर के नॉमिनी को निर्धारित नकद राशि दी जाती है। इस तरह से, यह उन लोगों के लिए उपयोगी है जो अपने परिवार की आर्थिक जरूरतों को समझते हैं और मृत्यु के बाद भी उनकी मदद करना चाहते हैं।
Life Insured kon hota hai
लाइफ इंश्योरेंस में लाइफ इंश्योर्ड (जीवन बीमा धारक) व्यक्ति होता है। जब कोई व्यक्ति एक जीवन बीमा योजना खरीदता है, तो उसे बीमा कंपनी के द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है। यदि व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो बीमा कंपनी उसके परिवार को निर्धारित बीमा राशि देती है।
Policy Premium kya hai
पॉलिसी प्रीमियम वह राशि होती है जो एक व्यक्ति द्वारा बीमा पॉलिसी की खरीदने पर कंपनी या संस्था को देनी होती है। यह राशि बीमा कंपनी को भुगतान की जाती है ताकि वे व्यक्ति को उसकी बीमित राशि के खतरे से सुरक्षित रख सकें।
Maturity Benifit Kya Hota Hai
मैच्योरिटी लाभ वह लाभ होता है जिसे बीमा पॉलिसी के समाप्त होने पर बीमा धारक को प्राप्त होता है। जब बीमा पॉलिसी की नियमित योजना की अवधि पूरी होती है, तो इसे मैच्योरिटी कहा जाता है और उसके साथी कंपनी द्वारा पॉलिसी होल्डर या नॉमिनी को जो लाभ प्रदान किया जाता है उसे मेच्योरिटी बेनिफिट कहा जाता है
Insurance Holder
इंश्योरेंस होल्डर वह व्यक्ति होता है जिसने एक बीमा पॉलिसी खरीदी होती है इंश्योरेंस होल्डर बिमा प्रदाता कंपनी को एक राशी देता है और बिमा कंपनी उस राशी के बदले इंश्योरेंस होल्डर अनहोनी परस्थितियो में उसके परिवार को आर्थिक सहयोग देती है
SBI PAI conclusion
उम्मीद पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी | SBI PAI / SBI Accident Insurance Policy Rs 1000 in Hindi का यह आर्टिकल आपकी SBI इंश्योरेंस पॉलिसी या इससे सम्बंधित जानकारी के लिए हेल्पफुल साबित हुआ है आपके सुझाव और कमेंट सादर आमंत्रित है इसी प्रकार की जानकारीयो को वीडियो के रूप में जानने के लिए हमारे युटुब चैनल Click Here का विजिट करें, शुक्रिया
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