एक इंसान की जिंदगी में कई प्रकार के अनुभव होते हैं अच्छे भी और बुरे भी… लेकिन एक अनुभव ऐसा होता है जिससे हर कोई डरता है और वह है साइबर क्राइम… एक ऐसा पंगा अगर आप इसकी चपेट में आ गये तो खून पसीने से कमाए हुए पैसे खोने का डर ज्यादा है वापस आने के चांस न के बराबर, तो आइए समझते हैं कि Cyber Crime se kaise Bache

साइबर क्राइम से कैसे बचे

समय काफी तेजी से बदल रहा है और बदलते वक्त के साथ इंसान के काम करने के तौर तरीके भी बदल रहे हैं अब ग्राहक बैंकिंग से संबंधित अपने अधिकतर कार्य घर बैठे ही कर सकता है 👉 क्यों अलग हुई Hero & Honda
जैसे फंड ट्रांसफर, शॉपिंग, रिचार्ज… लेकिन इसमें एक समस्या है सावधानी हटी और दुर्घटना घटी मतलब… मतलब यह कि अगर थोड़ी सी भी कहीं पर गलति या कोई चूक हो गई तो आपके साथ इतनी बड़ी ठगी हो सकती है जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा 👉 SBI Yono क्या है

Cyber Crime se kaise Bache

Cyber Crime

साइबर क्राइम उन अपराधों को कहा जाता है जो कंप्यूटर, इंटरनेट या अन्य किसी डिजिटल नेटवर्क का उपयोग करके किए जाते हैं, जैसे- जैसे वित्तीय धोखाधड़ी, हैकिंग,  फिशिंग, मैलवेयर…आदि, साइबर अपराधों का उद्देश्य वित्तीय लाभ प्राप्त करना, किसी व्यक्तिगत या किसी संस्था के डाटा को नुकसान पहुंचाना या गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग करना हो सकता है साइबर क्राइम के बढ़ते खतरों के कारण साइबर सुरक्षा उपायों को अपनाना और डिजिटल प्रोडक्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करना काफी महत्वपूर्ण है

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जैसे-जैसे समय बदल रहा है साइबर क्राइम भी नए-नए रूप ले रहा है, स्थिति यह है की हर रोज हजारों लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं, कभी बैंक अकाउंट के नाम पर, कभी लॉटरी के नाम पर, कभी पुलिस के नाम पर तो कभी नौकरी या बिजनेस के नाम पर

जहां एक और हमारा देश डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर हर अवसर का फायदा उठाने वाले लोग यानी एक बड़ा ठगों का समूह, कई प्लेटफार्म के जरिए भोली भाली जनता को ठगने का काम कर रहा है 👉 ग्राहक को आकर्षित कैसे करें

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इससे देश में तेजी से ऑनलाइन फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं हालांकि देश को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सरकारऔर प्रशासन लगातार इन ठगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे और लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं तो इसी जागरूकता की कड़ी में यहां कुछ हम ऐसे बिंदुओ पर बात करेंगे जिनका ध्यान रखकर आम आदमी ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकता है

  • जागरूकता – साइबर अपराधों से बचने या फिर कम करने के लिए जो सबसे ज्यादा कारगर उपाय साबित हो सकता है वह है जागरूकता, देश का बड़ा भाग आज भी या तो अनपढ़ है या कम पढ़ा लिखा है इसलिए वे लोग साइबर फ्रॉड का आसानी से शिकार हो जाते हैं इसलिए जरूरत है सरकार से लेकर सामाजिक स्तर तक की जागरूकता को बढ़ावा दिया जाए, साथी हमारी अपील है कि लालच शब्द से दूर रहे जहां भी लालच है वही फ्रॉड है  
  • मजबूत पासवर्ड – मजबूत पासवर्ड, बैंकिंग ग्राहकों को वित्तीय धोखाधड़ी से बचा सकता है, अगर मजबूत पासवर्ड होगा तो अकाउंट को हैक करना या फिर अकाउंट में सेंधमारी करके पैसे ट्रांसफर या शॉपिंग करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है और ऐसे में कई बार ग्राहक साइबर गैंग के नजर में आने के बाद भी बच जाते हैं इसलिए ध्यान रहे अपने सभी डिजिटल खातों के पासवर्ड मजबूत रखें और समय-समय पर उन्हें बदलते भी रहे 
  • टू स्टेप वेरीफिकेशन– डिजिटल बैंकिंग अकाउंट से लेकर सोशल मीडिया अकाउंट तक टू स्टेप वेरीफिकेशन इसका उपयोग करना काफी ज्यादा जरूरी है, अगर हैकिंग गैंग के पास आपके अकाउंट में लॉगइन होने का एक ऑप्शन मिल जाता है तो दूसरा ऑप्शन आपके अकाउंट को बचा सकता है इसलिए सभी लोगअपने सभी अकाउंटों में टू स्टेप वेरीफिकेशन चालू करके रखें  
  • सोशल मीडिया सिक्योरिटी– सोशल मिडिया प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी गोपनीय सेटिंग की समीक्षा जरुर करे, और जरूरत के अनुसार समायोजित करे, अपनी फ्रेंड लिस्ट में उन्हीं लोगो को जोड़े जिन्हें आप जानते है साथ ही अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे मोबाइल नंबर, मैल id, पता को सार्वजनिक ना करे

साइबर क्राइम से बचाना एक निरंतर प्रक्रिया है इसमे जरूरत है सतर्कता और सुरक्षा उपायों की, तकनीकी विकास के साथ-साथ साइबर अपराधी भी अपने तरीकों में दिन प्रतिदिन सुधार करते जा रहे हैं इसलिए यह आवश्यक है किआम आदमी भी अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहे… उपयुक्त सुझावों का पालन करके आप साइबर खतरों से अपने आप को और अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं

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साइबर क्राइम कैसे होता है

आज की डिजिटल दुनिया में साइबर क्राइम एक गंभीर समस्या बन चुका है इंटरनेट और कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ अपराधी भी अत्यधिक सक्रिय हो गए हैंऔर वे नए-नए तकनीक का और प्लेटफार्म का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के अपराध कर रहे हैं जैस–

साइबर क्राइम के तरीके

साइबर क्राइम विभिन्न तकनीकी तरीकों और उपकरणों का उपयोग करके किया जाता है अपराधियों का लक्ष्य मुख्य रूप से वित्तीय लाभ लेना, डाटा चोरी करना या किसी सिस्टम को नुकसान पहुंचाना होता है साइबर अपराधी व्यक्तिगत कंप्यूटर्स, सर्वरों या नेटवर्क सिस्टम का उपयोग करके इन अपराधों को अंजाम देते हैं

  • हैकिंग – हैकिंग सबसे आम और खतरनाक साइबर अपराधों में से एक है इसमें साइबर अपराधी बिना अमुमति के कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क में प्रवेश करते हैं और संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं यह हैकर्स गैंग विभिन्न तरीकों का उपयोग करते हैं जैसे की कमजोरी पासवर्ड का अनुमान लगाना, सुरक्षा कमजोरी का लाभ उठाना या मैलवेयर का उपयोग करना…
  • फिशिंग–  फिशिंग में साइबर अपराधी नकली ईमेल या वेबसाइटों का उपयोग करके लोगों को धोखा देते है  वे अपने आप को बड़े संस्थानों के रूप में दिखाते है और उनके ग्राहकों से उनकी निजी जानकारी जैसे पासवर्ड, बैंक खाता विवरण, क्रेडिट कार्ड नंबर … आदि ले लेते है कई बार इन वेबसाइट का उपयोग करके लोगो का मोबाइल भी हैक कर लेते है
  • मैलवेयर – मैलवेयर (मालिशियस सॉफ्टवेयर) एक प्रकार का सॉफ्टवेयर ही है, जो कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाने या कंप्यूटर को हैक करकेउस पर नियंत्रण पाने के लिए डिजाइन किया जाता है मैलवेयर को ईमेल अटैचमेंट, डाउनलोड लिंक या संक्रमित वेबसाइट के माध्यम से फैलाया जाता है

साइबर क्राइम की रिपोर्ट कैसे करें

साइबर फ्रॉड होने पर, साइबर क्राइम रिपोर्ट करना महत्वपूर्ण है ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और अपराधियों को पकड़ा भी जा सके साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए निम्न कदम उठाए जा सकते हैं…

  • ऑनलाइन वेबसाइटhttps://cybercrime.gov.in/ इस पोर्टल पर जाकर साइबर अपराधों की ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई जा सकती है
  • कॉल सेंटर– राष्ट्रीय साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल का 1930 हेल्पलाइन नंबर है इस नंबर पर कॉल करके भी साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है यह सेवा 24×7 उपलब्ध है
  • लोकल पुलिस स्टेशन– साइबर क्राइम की रिपोर्ट अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर FIR के द्वारा भी कराई जा सकती है पुलिस आपकी शिकायत को साइबर क्राईम सेल को भेज देगी

Cyber Crime Help Line Number

भारत में साइबर क्राइम की रिपोर्टिंग के लिए एक राष्ट्रिय हेल्प लाइन नंबर है, जिस के माध्यम से साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति साइबर अपराध शाखा में अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है ये हेल्प लाइन नंबर है 1930

Cyber Crime se kaise Bache FAQ

साइबर क्राइम क्या है

साइबर क्राइम एक ऐसा क्राइम है जिसमें कंप्यूटर, इंटरनेटया या नेटवर्क का उपयोग किया जाता है इसमें विभिन्न प्रकार के अपराध शामिल होते हैं जैसे डाटा चोरी, पहचान चोरी, वित्तीय धोखाधड़ी, ऑनलाइन धोखाधड़ी या वायरस फैलाना इत्यादि

साइबर क्राइम के प्रकार

साइबर धोखाधड़ी कई प्रकार की होती है, जैसे-जैसे तकनीकी बढ़ रही है साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है लेकिन फिर भी सबसे सामान्य प्रकार की साइबर धोखाधड़ी है फिशिंग जिसमें धोखाधड़ी के माध्यम से लोगों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड का विवरण, बैंक खातों की डिटेल आदि प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है

फिशिंग हमले से कैसे बचे

फिशिंग हमले से से बचने के लिए हमेशा सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है किसी भी संदिग्ध ईमेल या संदेशों पर क्लिक करने से पहले उनके प्रमाणिकता की जांच जरुर करें, किसी भी ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से पहले यह जरूर सुनिश्चित करें कि वह आधिकारिक वेबसाइट का है या नहीं साथ ही व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से भी बचे

Cyber Crime se kaise Bache conclusion

जैसे-जैसे समय और तकनीकी बदल रही है वैसे-वैसे साइबर क्राइम भी अपना स्वरूप बदल रहा है इसलिए इसकी चपेट में काफी ज्यादा लोग आ रहे हैं लेकिन फिर भी सावधानी और उचित सुरक्षा उपायों को अपना कर, एक आम आदमी अपने आप को और अपने डेटा को सुरक्षित रख सकता है तकनीकी के इस युग में जहां सब कुछ ऑनलाइन है तो जरूरत है कि हमारी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में होनी चाहिए जागरूक रहे हैं सतर्क रहें खुद भी बचे और अपनों को भी बचाएं

साइबर क्राइम के तरीके

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