वर्तमान में Saving Account आम बात है हर व्यक्ति का किसी ना किसी बैंक में एक सेविंग अकाउंट तो मिल ही जायेगा. Saving Account को प्राथमिक अकाउंट या बेसिक खाते के रूप में भी जाना जाता है आज इस आर्टिकल में बात करेंगे बचत खाता क्या होता है इसके प्रकार, फायदे और नुकशान… इसके साथ ही कुछ ऐसे सवाल जिनके जवाब आप जानना चाहते है
सेविंग खाता किसे कहते है
सेविंग अकाउंट एक प्रकार का बैंक खाता होता है जोआम आदमी को अपनी बचत को बैंक में सुरक्षित रखने और साथ ही जमा पैसे पर ब्याज प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है, सेविंग अकाउंट बैंकिंग खातों की श्रृंखला में प्राथमिक खाते के रूप में जाना जाता है जिसे कोई भी व्यक्ति खुलवा सकता है
Saving Account
Saving Account एक ऐसा अकाउंट है जो आम आदमी के वित्तीय प्रबंधन को मैनेज करता है साथ ही लोगों में बचत करने की आदत भी डालता है, इस अकाउंट से पैसे निकालना, जमा करना या फिर जमा राशि को अन्य खाते में ट्रांसफर करना काफी आसान होता है यही कारण है कि यह अकाउंट अन्य खातो की तुलना में काफी ज्यादा सुविधाजनक माना जाता है
सेविंग अकाउंट के नियम
Saving Account के कुछ नियम और शर्तें होती है जो ग्राहक को फॉलो करनी पड़ती है इन्हें बैंक या वित्तीय संस्थान लागू करते हैं नीचे कुछ सेविंग अकाउंट से संबंधित नियम दिए गए हैं जैसे…
- न्यूनतम बैलेंस… Saving Account भी कई प्रकार के होते हैं जिनमें से अधिकतर खातो में न्यूनतम बैलेंस रखना जरूरी होता है अगर कोई खाता धारक न्यूनतम बैलेंस से कम बैलेंस अगर अपने अकाउंट में रखता है तो बैंक द्वारा शुल्क लगाया जा सकता है हालांकि कुछ ऐसे अकाउंट भी होते हैं जो जीरो अमाउंट पर भी मेंटेन किये जाते हैं
- ब्याज दरें… Saving Account में ग्राहकों द्वारा डिपॉजिट किए गए अमाउंट पर ब्याज दरें बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है और यह समय-समय पर बदलती रहती है जो की बैंक की नीतियों और बाजार की स्थिति पर निर्भर करती है
- लेनदेन सीमाएं… Saving Account में मासिक और वार्षिक लेनदेन की कुछ सीमाएं होती है जैसे की 1महीने या 1वर्ष में कितना रुपया जमा कराया जा सकता है और कितना विड्रोल किया जा सकता है यह सीमाएं अमाउंट और ट्रांजैक्शन दोनों आधार पर होती है और अगर कोई ग्राहक इन सीमाओं से ज्यादा ट्रांजैक्शन करता है तो बैंक अतिरिक्त शुल्क लगा सकता है
- सत्यापन… ग्राहक का खाता खोलते समय खाता धारक को बैंक को केवाईसी / KYC के तहत अपनी पहचानऔर पते का प्रमाण देना होता है, साथ ही केवाईसी की प्रक्रिया बैंक खाता खोलने के बाद भी समय-समय पर कर सकता है जब भी बैंक को जरूरत हो ग्राहकों केवाईसी करना होता है यह प्रक्रिया बैंकिंग गतिविधियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की जाती है
- मोबाइल बैंकिंग… अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों को ऑनलाइन या मोबाइल बैंकिंग की सेवाएं प्रदान करते हैं लेकिन इसके लिए खाताधारक को अलग से पंजीकरण करवाना पड़ता है इन सेवाओं के उपयोग के लिए बैंकों की अपनी-अपनी कुछ शर्तें और नीतियां होती है ग्राहक के लिए जरूरी है कि इन नीतियों का पालन करना होता है, जैसे की एसबीआई बैंक में ऑनलाइन बैंकिंग के लिए लॉगिन पासवर्ड हर 90 दिन से रिसेट करने होते हैं
- अकाउंट निष्क्रिय… अगर कोई भी ग्राहक लंबे समय तक अपने अकाउंट में ट्रांजैक्शन नहीं करता है या निष्क्रिय रहता है तो बैंक ऐसे खातों को निष्क्रिय लिस्ट में डाल देते हैं ऐसा होने पर ग्राहक अगर अपने खाते को फिर से सक्रिय कराना चाहता है तो उन्हें अपनी बैंक शाखा में संपर्क करना होता है
- चार्ज या शुल्क… बैंकों द्वारा अपनी कुछ सेवाओं के लिए जैसे डेबिट कार्ड / चेक बुक आदि पर शुल्क लिया जा सकता है यह बैंक की नीति के अनुसार अलग-अलग हो सकता है
- बैंकिंग नियमों का पालन… सभी बैंकों के सभी ग्राहकों के लिए जरूरी है कि वह भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई और संबंधित बैंक के सभी नियमों का पालन करना आवश्यक होता है
Saving Account के फायदे
सेविंग अकाउंट के फायदे– सेविंग अकाउंट के कई प्रकार के फायदे होते हैं जो कि इसे एक आवश्यक प्रोडक्ट बनाते हैं Saving Account ke Fayade इस प्रकार है
- ब्याज… Saving Account का सबसे बड़ा फायदा ब्याज प्राप्त करना होता है सभी बैंकअपने ग्राहकों को सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर ब्याज प्रदान करते हैं हालांकि ब्याज दरें फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में कम होती है लेकिन इसका फायदा यह होता है कि सेविंग अकाउंट से ग्राहक जब चाहे तब विड्रोल भी कर सकता है और बचत बैलेंस पर ब्याज भी मिल जाता है
- पैसों की सुरक्षा… बैंक खाता में जमा राशि सुरक्षित होती है और एक निश्चित सीमा तक डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन यानि DICGC द्वारा बीमित भी होती है जैसे कि वर्तमान में इसके अधिकतम सीमा 5 लाख रुपए है
- लिक्विडिटी… सेविंग खातों का यह सबसे बड़ा फायदा होता है कि आप जब चाहे पैसे निकाल सकते हैं और जब चाहे पैसे जमा भी कर सकते हैं, यह ग्राहकों के कार्यों को काफी ज्यादा आसान बनाता है और इसी कारण से Saving Account को कस्टमर फ्रेंडली कहा जाता है
- ऑनलाइन बैंकिंग सुविधा… ऑनलाइन बैंकिंग सुविधा सेविंग अकाउंट का एक अच्छा ऑप्शन है यह सुविधा अधिकतर बैंक अपने ग्राहकों को उपलब्ध करवाती है, ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए ग्राहक सेविंग अकाउंट से जुड़े हुए अधिकतर कार्य घर बैठे ही कर सकते हैं इसका फायदा यह होता है कि ग्राहकों को बैंक में Visit नहीं करना पड़ता इस प्रकार समय की बचत हो जाती है
- चेक बुक और डेबिट कार्ड… सेविंग अकाउंट के साथ ग्राहकों को चेक बुक और डेबिट कार्ड भी मिलता है जिससे लेनदेन और खरीदारी करना काफी आसान हो जाता है
- ऑटो बिल भुगतान… ग्राहक सेविंग अकाउंट से अपने नियमित बिलों का स्वचालित भुगतान भी सेट कर सकते हैं जिससे बिलों का भुगतान समय पर भुगतान हो जाता है, इससे समय बचता है
Saving Account के नुकसान
देखा जाए तो बचत खातो के कई प्रकार के फायदे हैं और फायदे ही फायदे हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जो इस प्रकार है
- असंतुलित ब्याज दरें– Saving Account का एक बड़ा नुकसान बैंकों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों का परिवर्तनशील होना है मतलब… मतलब यह है कि बैंको को ब्याज दर बदलने का अधिकार है बैंक अपने अनुरूप सेविंग अकाउंट में जमा राशी पर मिलने वाले ब्याज दरों में परिवर्तन कर सकते हैं जो ग्राहकों के लिए अधिकतर नुकसान का सौदा ही होता है
- ज्यादा लचीलापन– Saving Account का लचीलापन होना मतलब…मतलब यह है की सेविंग खाता तक ग्राहक की पहुंच आसान होती है ग्राहक इस अकाउंट में जमा राशि को कभी भी विड्रोल कर सकता है या फिर ट्रांसफर कर सकता है इससे ग्राहक को नुकसान यह होता है कि दीर्घकालीन बचत एक चुनौती बन जाती है
- न्यूनतम शेष राशि– जब ग्राहक बैंक में बचत खाता खोलना है तो ग्राहक को अपने खाते में न्यूनतम औसत शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता होती है यदि ग्राहक इस न्यूनतम शेष राशि को बनाए रखने में विफल रहता है तो बैंक इसके लिए जुर्माना लगाता है
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