राजस्थान के अजमेर जिले में कई बेहतरीन पर्यटक स्थल है जिनमें से एक है Anasagar lake जो की अजमेर शहर के बीचो-बीच बनी हुई है यह एक सुंदर कृत्रिम झील है जो यहां आने वाले दर्शकों का देखते ही मन मोह लेती है तो आज इस आर्टिकल में जानेंगे आनासागर झील से जुड़े हुए सभी सवाल और उनके जवाब…

Anasagar lake

अजमेर शहर के दक्षिण दिशा में सुंदर पहाड़ियों के बीच बनी हुई Anasagar lake लगभग 13 किलोमीटर की परिधि में फैली हुई है इस झील को सूर्यास्त के समय देखा जाए तो किनारो पर खड़े विशाल नाग पहाड़ का प्रतिबिंब झलकता है जो कि पर्यटकों के लिए देखने योग्य एक सुंदर दृश्य बनता है

आनासागर झील

Anasagar lake का निर्माण महाराज अर्णोराज ने सन 1135 से 1150 के मध्य करवाया था. राजा अर्णोराज पृथ्वीराज चौहान के दादाजी थे इस Anasagar lake का निर्माण लगभग 15 वर्षों में यहां के स्थानीय लोगों की मदद से पूरा हुआ था

आनासागर झील का इतिहास

Anasagar lake के इतिहास पर नजर डाले तो पाते हैं कि अजमेर में चौहान वंश का शासन रहा, चौहान वंश के राजा आनाराज यानी अर्णोराज ने झील का निर्माण करवाया था और उन्हीं के नाम पर इस झील का नाम आनासागर पड़ा था… कहा तो यह भी जाता है की Anasagar lake रक्त रंजित भूमि पर बनी हुई है यहां चौहानों और यामिनी के सुल्तान के बीच कई बार युद्ध हुआ था जिसमें चौहानों ने सुल्तान की सेना को कई बार करारी शिकस्त दी थी

युद्ध में इतना रक्त बहा कि भूमि लाल हो गई थी, अर्णोराज ने उस स्थान को खुदवाया और यहाँ एक झील बनवा दि … उसी झील को  Anasagar lake नाम जाना जाता है चौहान वंश के रहते ही सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती भी अजमेर आए. और इसी झील के किनारे पहाड़ी पर चिश्ती ने इबादत के लिए अपना स्थान बनाया, बताया जाता है की ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती इस झील के पानी का उपयोग पपीने, नहाने और वजू करने के लिए किया करते था, यही कारण है कि  ख्वाजा गरीब नवाज को चाहने वाले इस झील के पानी को पवित्र मानते है

Anasagar lake

इसके बाद मुगल शासक जहांगीर ने इसके किनारो पर एक आलीशान शाहीबाग बनवाया, जिसे दौलत बाग के नाम से भी जाना जाता है और वर्तमान में इसका नाम बदलकर सुभाष उद्यान कर दिया गया है दौलत बाग भी अजमेर के सबसे अच्छे पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है यह एक सुव्यवस्थित उद्यान है जो पर्यटकों का आते ही मन मोह लेता है

आनासागर लेक में लगभग 300 वर्ष बाद सम्राट शाहजहां ने 1627 में लगभग 1240 फीट लंबा कटहरा लगवाया साथ ही संगमरमर की बेहतरीन पांच बारहदरी बनवाकर इसकी सुंदरता को और ज्यादा बढ़ा दिया था, साथ ही यहां पर बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए गए हैं

अस्मत बेगम जो की नूरजहां की मां थी उन्ही ने आनासागर झील के किनारे गुलाब के रस से इत्र बनाया था माना जाता है कि भारत में सबसे पहले इत्र अस्मत बेगम ने यही बनाया था

आनासागर झील की प्रकृति

Anasagar lake लेक एक कृत्रिम झील है वैसे भी आनासागर झील का निर्माण अर्णोराज ने करवाया था जो कि पृथ्वीराज चौहान के दादाजी थे इसका मतलब… मतलब यह हुआ कि यह झील कृत्रिम तरीके से बनाई गई है इस झील का निर्माण अर्णोराज द्वारा कराए जाने के कारण ही इस झील का नाम आणासागर रखा गया था जिसको वर्तमान में आनासागर के नाम से जाना जाता है

अजमेर की सबसे बड़ी झील

Anasagar lake अजमेर की सबसे बड़ी झील है जिसका अधिकतम जलघनत्व क्षेत्र 4.4 मीटर की अधिकतम गहराई है और वही 4.75 मिलियन घनाकार पानी को इकठा किया जा सकता है हालांकि वर्तमान में समय के साथ-साथ इसकी गहराई में कुछ कमी आई है जिसको समय-समय पर सफाई करके वापस बराबर करने का कार्य किया जाता है

आनासागर झील के बीच में एक टापू भी स्थित है जहां पर वोट / नाव के द्वारा जाया जा सकता है आनासागर झील चारों ओर से दौलत बाग से गिरी हुई है इसके बारे में पहले ही आपको बताया जा चुका है कि इस दौलत बाग का निर्माण जहांगीर ने करवाया था

Anasagar lake

आनासागर झील क्यों खास है

आनासागर झील का महत्वइ सलिए भी बढ़ जाता है कि यह झील राजस्थान का हृदय कहे जाने वाले एक सुंदर व स्वच्छ शहर अजमेर में स्थित है यह चारों ओर से सुन्दर पहाड़ियों से गिरी हुई है जिसके कारण यह एक अच्छा पर्यटक स्थल बन गई है इसके साथ-साथ इस झील से हिंदू मुस्लिम दोनों धर्म की आस्था भी जुड़ी हुई है

आनासागर का निर्माण

आनासागर झील का निर्माण 12वी शताब्दी में अजमेर, राजस्थान में किया गया था इसका निर्माण अजमेर के एक प्रतिष्ठित शासक राजा अनाजी चौहान (अर्णोराज) ने 1135 से 1150 ईस्वी के बीच करवाया था इस झील का निर्माण अजमेर के निवासियों के सहयोग से, अजमेर के निवासियों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए करवाया गया था हालांकि आनासागर के निर्माण के और भी कई कारण थे

आनासागर टापू

जिस प्रकार से Anasagar lake अजमेर के बीचों-बीच बनी हुई है ठीक उसी प्रकार से आनासागर झील के बीचों बीच आनासागर टापू बना हुआ है जिसका आकार लगभग 5000 वर्ग गज है इस टापू पर आदिमानव, डायनासोर, और हाथी के विशालकाय मॉडल बनाए गए हैं इनकी खास बात यह है कि इनको इस तरह से डिजाइन किया गया है की जब भी कोई पर्यटक उनके सामने आता है तब पर्यटक को वैसी ही आवाज सुनने को मिलती है जैसे कि वास्तव में डायनासोर और आदिमानव की होती है

आनासागर झील का निर्माण क्यों करवाया गया

लूनी नदी पर एक बांध बनाया गया था और इसी बांध बनाने के कारण आनासागर झील का उदय हुआ, हालांकि आनासागर झील के निर्माण के कई कारण है जिनको हम इस प्रकार समझ सकते हैं

  • 1135 में अजमेर के शासक अर्णोराज और मुस्लिम आक्रमणकारियों के बीच एक युद्ध लड़ा गया था जिसमें अर्णोराज की जीत हुई थी इस विजय के अवसर पर और अर्णोराज ने युद्ध स्थल पर आना सागर सरोवर का निर्माण करवाया था जिसने आगे चलकर आनासागर झील का रूप लिया
  • चौहानों और यमिनी के सुल्तान के बीच कई बार युद्ध हुआ था जिसमें चौहानों ने सुल्तान की सेना को कई बार करारी शिकस्त दी थी इन युद्धों में इतना रक्त बहा कि भूमि लाल हो गई थी, अर्णोराज ने उस स्थान को खुदवाया और एक झील बनवा दी गई
  • आनासागर झील का निर्माण 1150 ई में करवाया गया था यह वह समय था तब अजमेर के लोगों के लिए पेयजल एक बड़ी समस्या थी इसलिए जल प्रबंधन और सिंचाई के लिए जल संग्रहण करने का उद्देश्य भी Anasagar lake के साथ ही पूरा हो गया
  • कारण जो भी रहे हो.. लेकिन इस बात में कोई शक नहीं की Anasagar lake ने आसपास के क्षेत्र की सुंदरता को काफी ज्यादा बढ़ाया और इसे एक प्रमुख पर्यटक स्थल बना दिया, झील के निर्माण से स्थानीय निवासियों को जल संसाधनों की उपलब्धता में सुधार हुआ तो उनके जीवन शैली में काफी ज्यादा सकारात्मक बदलाव भी आया
Anasagar lake

आनासागर झील का रहस्य

आनासागर झील में ₹2000 के नोटों की गड़ियां दिखाई दी थी जिनको स्थानीय लोगों की सूचना देने के बाद पुलिस ने झील के अंदर से इन नोटों की गड़ियों को बाहर निकाला गया, पुलिस का कहना था कि यह जाली नोट थे जो लगभग 1. 8 करोड़ के थे हालांकि पानी में नोटों के गीले होने के कारण कुछ साफ नहीं हो पाया

बताया गया की 2000 के नोटों पर रिजर्व बैंक आफ इंडिया लिखा हुआ है जो की असली 2000 के नोटों की तरह ही नजर आ रहे थे सभी नोटों की गड्डियां प्लास्टिक की थैलियां में मिली थी

  • आनासागर झील एक कृत्रिम झील है
  • आनासागर झील 13 किलोमीटर तक फैला हुआ है
  • जहाँगीर द्वारा आनासागर झील के तट पर दौलत बाग़ का निर्माण करवाया गया 
  • आनासागर झील का नाम अर्नोराज के नाम पर आनासागर रखा गया है

Anasagar lake FAQ

Anasagar lake के इस आर्टिकल में आनासागर झील से संबंधित सभी सवालों को कवर किया गया है फिर भी कुछ ऐसे सवाल जो आपके मन में है उन्हें भी आप FAQ द्वारा जान सकते हो

आनासागर झील कहां है

आनासागर झील भारत के राजस्थान राज्य के हर्दय कहे जाने वाले शहर अजमेर के बीचो-बीच बनी हुई है यह झील चारों ओर से नाग पहाड़ियों से गिरी हुई है यह अजमेर का ही नहीं बल्कि राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटक स्थल भी है

आनासागर झील किस नदी पर बनी हुई है

आनासागर लेक किसी नदी पर नहीं बनी हुई है बल्कि यह एक मानव निर्मित कृत्रिम झील है जिसमें मुख्य रूप से वर्षा के पानी से पानी का भराव होता है, हालांकि Anasagar lake का संबंध दो नदियों से जरूर रहा है पहला – इसका निर्माण के वक्त लूनी नदी पर बांध बनाया गया था वहीं दूसरा यह है कि वर्षा के दिनों में बांडी नदी का पानी भी आनासागर लेक में ही आता है

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