मोड़ कर रुख़ हवाओं का अब, दीया अपना जलाएँगे,
हम ख़ुद ही हैं आँधी तूफ़ाँ, झोंकों से न घबराएँगे ।
जिस पथ से होकर गुजरेगे, वो भी हमें पुकारेगा,
याद रहे जो सदियों तक, वो छाप छोड़कर जाएँगे !! इसी वैचारिकता के धनि है – Chetan Dudi
डीडवाना का इतिहास
इतिहास के पन्नों को पलटते हैं तो राजस्थान के मध्य बीचों बीच स्थित एक क्षेत्र जो पाषाण कालीन सभ्यता को अपने भीतर समेटे है जो लगातार बदलावों को स्वीकार करता गया और धीरे-धीरे अपने आप को प्राचीन नाम आभानगरी के मुताबित ही आभा बिखेरता चला गया। कभी मारवाड़ रियासत की पूर्वी सीमा को साधता यह क्षेत्र डाबडा के रूप में शौर्य और वीरता की कहानी को थामे हुए हैं।
अरावली पर्वतमाला के पश्चिम मे थार का प्रवेश द्वार के रूप में हिस्सा आजादी के बाद नागौर जिले का हिस्सा बना। बताते हैं कि शेषराम नामक प्रधानमंत्री के पुत्र डीडूशाह ने एक नगर बसाया जो कभी डीडुवाणक के रूप में अपनी पहचान रखता था जो कालांतर में डीडवाना के रूप मे एक मजबूत पहचान बनाता चला गया।
आभा नगरी डीडवाना ने आजादी के पश्चात लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपने आप को सजाया और संवारा जिसे स्थानीय निकायों से लेकर राज्य की विधायिका में अनेकानेक जन प्रतिनिधियों द्वारा इसे सींचा गया। जिसमे किसान परिवार से तालुख रखते वाले श्री रुपाराम डूडी व उनके पुत्र वर्तमान विधायक श्री चेतन डूडी की अहम् भूमिका रही |
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डूडी परिवार का परिचय
20 वी सदी के उतरार्ध और इक्कीसवी सदी के प्रथम चतुर्थांश में इसे और अधिक विस्तार देने में एक किसान परिवार के जन प्रतिनिधित्व की अहम भूमिका रही है।
बात करते हैं तो पाते है कि नागौर जिले के डीडवाना क्षेत्र के मंडुकरा गांव के किसान परिवार में श्री रामधन चौधरी और श्रीमती भोली देवी के घर वर्ष 1949 मे एक पुत्र का जन्म हुआ, महज 13 माह की आयु में इसके पिता का स्वर्गवास हो गया से दो साल आते आते 1951 में मां का साया भी सदा सदा के लिए उठ गया
तब इस बालक का लालन पालन ननिहाल धीजपुरा में मामा श्री रामनाथ व आशाराम रिणवां के सानिध्य में हुआ । माध्यमिक स्तर की शिक्षा के बाद वर्ष 1965 में राजापुर सरपंच तथा डेगाणा प्रधान रहे रामशुख जी धोजक की पुत्री चंद्री देवी से विवाह हुआ। विवाह के पश्चात यह दम्पति पैतृक गांव मंडूकरा में रहकर खेती किसानी करने लगे। जो धीरे-धीरे अपनी प्रतिभा, कुशाग्र बुद्धि और निडरता के जरिए एक मजबूत शख्सियत के रूप में पहचान बना चुके थे जिन्हें आप और हम श्री रूपाराम डूडी के नाम से जानते है।
श्री रूपाराम डूडी ने अपनी किशोरावस्था मे ही राजनीतिक कौशल की प्रमाणिकता पेश कर दी थी जब उन्होंने मजदूरों की मजदूरी और किसानों के हकों की बात तात्कालिक व्यवस्था के सामने रखने लगा
श्री चेनाराम जी प्रधान का सानिध्य पाकर यह शख्स राजनीतिक चहलकदमी मजबूती से करने लगा था कांग्रेस पार्टी में ग्राम स्तर के एक मजबूत सिपाही बन गये उसी का परिणाम रहा कि वर्ष 1978 मे पहली बार सरपंच का चुनाव लड़ा और जीता। शिक्षा के क्षेत्र मे एक मजबूत नीव रखी और किसानो के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी
इसी का परिणाम रहा कि सरपंच पद की पुनरावृत्ति कर 1982 व 1988 में दो बार और जीते और जन-मन में एक उम्दा नेतृत्वकर्ता बन बैठे। राजनीतिक क्षमताओं का लगातार अभिमार्जन कर विस्तार देते गए और 1994 में 73 वे संशोधन के बाद पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिकता प्राप्त होने के बाद 1995 में स्थानीय निकाय की सर्वोच्च पंचायत यानी जिला परिषद सदस्य के रूप अपना कद बढ़ाया। इसी दौरान राजनीतिक प्रभाव के साथ निडरता व निर्भयता के गुण जीवन चरित्र के आभूषण बन गये थे।
बढ़ते प्रभाव व काबिलियत को पहचानकर सांसद श्री रामरघुनाथ चौधरी का ध्यान आकृष्ट करवाया और उनका सानिध्य प्राप्त कर अपनी योग्यता व क्षमताओं को विस्तार दिया।
इन्ही राजनीतिक क्षमताओं व योग्यताओं के आधार पर श्री रुपाराम डूडी को कांग्रेस की प्रदेश कमेटी ने विश्वास जताते हुए 1998 के विधानसभा चुनावों में डीडवाना विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस से उम्मीदवारी दी।
किसान नेता रुपाराम डूडी की उपलब्धिया
1998 के चुनाव मे न केवल विजयी हुए बल्कि अगले पांच वर्षो में संगठन से लेकर धरातल तक मजबूत पकड़ बनाते हुए अभूतपूर्व कार्य संपादित करवाए राजनीति में एक स्वाभिमानी नेता के रूप में एक खुदरंग राजनीतिज्ञ साबित हुए। आपमें शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की अपने गांव मे उच्च माध्यमिक स्तर तक का विद्यालय खुलवाने के साथ-साथ क्षेत्र में 400 से अधिक नये राजीव गांधी प्राथमिक विद्यालय खुलवाए, साथ ही बहुत सारी स्कूलों को माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर तक क्रमोन्नति करवायी, 6 करोड़ की लागत से पावटा में अम्बेडकर आवासीय बालिका विद्यालय खुलवाया जिसकी झलक मौलासर के पास मेगा हाईवे से देखी और महसूस की जा सकती है।
विद्युत की समस्या के समाधान के लिए 132 KV क्षमता का GSS सहित दर्जनों 33 KV पावर हाउस बनवाए तथा क्षेत्र को विद्युतीकरण करने मे अहम भूमिका अदा की।
आपने शहीदों के सम्मान में डाबड़ा शहीद स्मारक का भी निर्माण / करवाया तो पेयजल की उपलब्धता के साथ-साथ आपने फ्लोराइड की समस्या से निजात दिलाने हेतु गांव ढाणियों में RO प्लांट लगवाने में जिले में अपने आप को अग्रिम पंक्ति में स्थापित किया
आप अपने कार्यों के बदोलत वर्ष 2008 में पुन: विधान सभा चुनावों में जीत हासिल की। आप ही के प्रयासों से वर्ष 2012 में 2700 करोड़ की लागत से नोखा से केराप तक की नागौर लिफ्ट नहर यानी हिमालय के पानी की उपलब्धता क्षेत्र करवाई , यह परियोजना 2013 में पूर्ण हुई।
आप 65 वर्ष की आयु में वर्ष 2014 में अलविदा कह गये।
मैं कहानी तो नहीं हूं कि सदा रह जाऊं,
मैंने किरदार निभाना है फिर चले जाना है।
किसान नेता रुपाराम डूडी की विरासत
रुपाराम डूडी अपने पीछे स्वाभिमान, निडरता, निर्भीकता बलिए मजबूत नेता की अमिट पहचान छोड़ी जो हरेक राजनीतिक शख्स के दिलो दिमाग में पहचान को रेखांकित करती है।
आपने अपने दो पुत्रो श्री रतन डूडी व श्री चेतन डूडी के रूप में वो अनमोल मानवीय धरोहर ही है जो आज आपकी कि राजनीतिक विरासत से लेकर प्रशासन तक आपका ही स्वरूप दृश्यमान कर रही है।
श्री रतन डूडी जहाँ आपने ये ज्येष्ठ पुत्र एक मजबूत लोक सेवक के रूप में राष्ट्रीय राजधानी में अपनी काबिलियत को साबित कर रही है तो कनिष्ठ पुत्र चेतन डूडी राजनीतिक विरासत को पुष्पित और पल्लवित करता नजर रहा है।
चेतन डूडी का परिचय
वर्ष 1979 में जन्मे चेतन डूडी राज्य के ख्यातनाम शिक्षण संस्थान बिरला पब्लिक स्कूल से पिलानी से स्कूली शिक्षा पूरी करी तो तत्पश्चात दिल्ली विश्व विद्यालय से स्नातक पूर्ण की इसके बाद दिल्ली विश्व विद्यालय से ही LLB पास आउट एक उच्च शिक्षित राजनीतिज्ञ हैं।
चेतन डूडी ने अपने पिता श्री रूपाराम डूडी के समय से 2009 से कांग्रेस पार्टी के एक सक्रिय सिपाही के रूप में काम करने लगे थे आप वर्ष 2009 में डीडवाना से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनोनीत हुए वर्ष 2010 में नागौर युवा कांग्रेस के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। पुन: 2013 युवा कांग्रेस चुनाव मे 82% मतों के साथ अध्यक्ष चुने गए। जो आगामी एक लम्बे समय तक अपने पद पर बने रहे
आपने वर्ष 2013 में डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा लेकिन यहां विजय हासिल नहीं हुई। परंतु पंचायतीराज चुनावों में प्रभावी नेतृत्व करते हुए डीडवाना व मौलासर प्रधान कांग्रेस के बनवाए साथ जिला परिषद में भी क्षेत्र का मजबूत प्रभाव दिखाई दिया
आपने संगठन में रहते हुए पार्टी के दायित्वों का मजबूती से निर्वहन किया। आपने विभिन्न राज्यों के चुनावों तथा प्रदेश के उपचुनावों में साथ ही लोकसभा चुनावों में कॉर्डिनेटर, प्रभारी व सहप्रभारी रहते हुए बेहतर समन्वय के जरिए विभिन्न सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को विजयी बनवाने में अहम भूमिका निभाई व आप PCC सचिव के रूप में भी पार्टी को मजबूत करने का कार्य किया, इसी का परिणाम रहा कि —
2018 में कांग्रेस पार्टी ने डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया तो आप पर जनता जनार्दन का बड़ा विश्वास रहा लिहाजा आप विधानसभा पहुंचे। आप पर सरकार के मुखिया श्री अशोक गहलोत सरकार से लेकर संगठन का भी अटूट विश्वास रहा है।
आपने सरकार के मजबूत सिपाही और जनता के सच्चे सेवक के रूप में पिता श्री रुपाराम ड्डी की भांति ही महज 5 साल में एक अमिट छाप छोड़ी जो क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की यशोगाथा के रूप में देखी और महसूस की जा सकती है।
कभी मैं अपने हाथों की लकीरों से नहीं उलझा
मुझे मालूम है क़िस्मत का लिक्खा भी बदलता है
डीडवाना जिला बनाने में चेतन डूडी की भूमिका
आपने क्षेत्र के समग्र उत्थान के लिए जो अभूतपूर्व कार्य किया उसकी एक झलक को हम रेखांकित करते हुए आपके कार्यों का मूल्यांकन कर कि आपने कैसे आभानगरी डीडवाना को रहे एक मजबूत पहचान दिलाई, कैसे आपने जनमन की आवाज को सड़़क से सदन तक सम्मान दिलाया।
है कौन विघ्न ऐसा जग में, टिक सके वीर नर के मग में ?
खम ठोंक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पाँव उखड़।
मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।
डीडवाना में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव –
आपके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए कार्यों की बात करे तो पाते है कि आपने डीडवाना क्षेत्र के छोटी खाटू में कस्तुरबा आवासीय बालिका विद्यालय के साथ क्षेत्र में 28 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलवाएं व 50 के करीब विद्यालयों को क्रमोन्नति की सौगात दी वही दर्जन भर नये विद्यालय खुलवाए,
साथ ही विद्यालयों में इन्फ्रास्टक्चर विकास के लिए 8 करोड़ से अधिक लागत से कक्षा कक्षों व भवन निर्माण करवाए। यदि शिक्षा के क्षेत्र मे बड़ी उपलब्धियों की बात करे तो आपने उच्च शिक्षा के लिए डीडवाना मे कृषि महाविद्यालय व कन्या महाविद्यालय तथा छोटी खाटू में महाविद्यालय की सौगातें दी। वही तकनीकी शिक्षा के संदर्भ में आपने ITI संस्थान के लिए मोलासर में सम्पूर्ण भवन निर्माण की सौगात दिलवाई।
वहीं आवागमन को बेहतर करने के लिए आपने सम्पूर्ण डीडवाना विधानसभा क्षेत्र में करीब 100 करोड़ की लागत से मिसिंग लिंक सड़कों से लेकर विभिन्न स्तरों की सड़कों का निर्माण करवाया जो परिवहन की सुगमता के प्रति आपकी संवेदनशीला को के प्रति बतलाता है। आप के प्रयासों से मंडूकरा से रताऊ तक 55 करोड़ की लागत से हाई-वे की सौगात दी
डीडवाना में जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव –
आपने लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी अनुकरणीय कार्य किए है जैसे बात करे तो आपने दर्जन भर से अधिक नये उपस्वास्थ्य केन्द्र तथा 69 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाकर जनस्वास्थ की प्राथमिक कड़ियों को देखा तो सानिया, सिद्यांना दौलतपुरा, पावा, खरेश, भदलिया सहित दर्जनों गांवो में PHC तथा धनकोली, मंडूकरा व खुनखुना CHC की सौगातें दी।
साथ ही आपने डीडवाना में अलग से ट्रोमा यूनिट तथा आईसीयू ऑम्सीजन प्लांट की स्थापना करवा कर जिला अस्पताल की बेहतरी की साथ ही आपने मौजूदा स्वास्थ संस्थानों के विस्तार व चिकित्सा उपकरणों के लिए 3500 लाख रुपए से अधिक की राशि स्वीकृत करवायी।
यदि चिकित्सा क्षेत्र की बड़ी उपलब्धि की बात करे तो आपने डीडवाना को जिला अस्पताल के साथ साथ जनाना अस्पताल की सौगात दी।अब किसी को उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाओं के लिए अजमेर, जयपुर, जोधपुर और सीकर जाने की आवश्यकता नहीं रह गई।
डीडवाना में पेयजल क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव –
पेयजल की सुनिश्चिता को अर्न्तमन में थामें आपने डीडवाना क्षेत्र मे 97 करोड़ की लागत से जहां 25 उच्च जलाशयों की स्थापना करवायी तो आप करीब 400 नलकूपों के साथ साथ 1000 किलोमीटर लम्बी पाइप लाइनों के जरिए घर- घर जल पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
घर घर रोशन होता डीडवाना –
आपके द्वारा विद्युत की अबाध आपूर्ति को समर्पित 132 kv का खरवालिया GSS के साथ साथ करीब आधा दर्जन 33 KV क्षमता वाले GSS बनाए , साथ ही ढाणियों के विद्युतीकरण के लिए 27 करोड़ की लागत के प्राजेस्ट सम्पादित करवाए।
आपका डीडवाना क्षेत्र कृषि के साथ 2 पशुपालन पर केंद्रित अर्थव्यवस्था रखता है ऐसे में पशुओं के स्वास्थ्य के लिए तोषीणा के प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय सहित खुनखुना, पीडवा, खरवालिया, सानियां पावटा ,सिंगरावट में पशु-चिकित्सा के उपकेन्द्रों की सौगात दी व पशु चिकित्सा उपकेंद्रो की सौगात दी।
आपने युवाओं के खेलों के प्रति आकर्षण को देखते हुए डीडवाना में स्थानीय खेल कबड्डी को समर्पित कबड्डी अकादमी की सौगात दी।
आपके डीडवाना की मजबूत ड्रेनेज व्यवस्था को शहर लेकर करीब 60 करोड़ की लागत से विभिन्न कार्यों की DPR बनाने से लेकर क्रियान्विति को अंजाम दिया। बस स्टैंड के विस्तार व रैन बसेरा निर्माण के लिए आपके करीब एक करोड़ की स्वीकृति दिलाई।
आपने डीडवाना क्षेत्र के सैनिकों के हितार्थ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कार्यालय बनवाया तो महिला सुरक्षा को समर्पित महिला थाने की सौगात दी
डीडवाना के प्रशासनिक ढ़ाचे में विगत 5 वर्षो में हुए महत्वपूर्ण बदलाव
आपने प्रशासन की बेहतरी के लिए भोपजी का बास, मंडा-बासनी, रणसीसर जाटान तथा प्यावा को नवीन ग्राम पंचायतें बनवाया साथ ही आधा दर्जन राजस्व गांव सृजित करवाए।
साथ ही सहकारिता को विस्तार देते हुए 3 नवीन ग्राम सेवा सहकारी समितियों का गठन सुनिश्चित करवाया
आपके डीडवाना के मौलासर क्षेत्र स्थित बांसा में राज्य का सबसे बड़ा सहकारी क्षेत्र का गोदाम बनवाया जिसकी क्षमता 5000 मैट्रिक टन है साथ ही निमोद में 2 मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट स्थापित करवाए।
डीडवाना में नई तहसीलों का गठन –
आपने प्रशासनिक ढांचे की बेहतरी के लिए मौलासर व छोटी खाटू को तहसील की सौगात दी तथा डीडवाना में मिनी सचिवालय की स्थापना करवाई
आपके द्वारा आभा नगरी डीडवाना की पहचान देश स्तर पर सुनिश्चित करवाने व लोगों की प्रशासनिक तंत्र से करीबी को रेखांकित करवाने लिए डीडवाना को जिले की सौगात ही इससे जनमन उमंगित हो गया और आपके इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत और आपको पक्ष-विपक्ष दोनों तरफ से शुभकामनाएं दी, आपने जिला मुख्यालय डीडवाना की तमाम स्वीकृतियों का त्वरित रूप से क्रियान्वयन की मंशा लेकर राजस्थान सरकार व शासन सचिवालय से संवाद करते हुए इसे क्रियान्वन प्ररूप में लाए।
कहने को तो यहां अनेकानेक बातें है जो आभा नगरी डीडवाना को जिला डीडवाना की शक्ल देने के लिए जो अभूतपूर्व कार्य किया वह अपने आप के किसी बड़े गौरव का विषय नजर आता
चेतन डूडी के पाच वर्ष का कार्य
1 | सड़के | 100 करोड़ की लागत से सडको का निर्माण |
2 | पेयजल | 53 थ्री फेस, 50 बड़ी टंकिया, 400 नलकूपों, 1000 किलोमीटर लम्बी पाइप लाइन का कार्य |
3 | स्वास्थ्य | जनाना अस्पताल $ जिला अस्पताल के साथ ,3 – CHC, 7 – PHC, 2 दर्जन – Sub Center |
4 | पंचायत | 4 नई पंचायतो का गठन व भवन निर्माण कार्य |
5 | New GSS | 132 kv – 1, 33kv- 1 Dozen |
6 | विधुतीकरण | 27 करोड़ की लागत से 22000 खंबे लगाकर 7000 ढ़ाणीयो को रोशन किया |
7 | सुरक्षा | डीडवाना में महिला पुलिस थाना |
8 | शिक्षा | 3 महाविद्यालय, 28 अंग्रेजी माध्यम, आवासीय विधालय, दर्जनों विधालय क्रमोन्नत व नवीन निर्माण |
9 | कृषि | 120 करोड़ का फसल मुआवजा व कई गावों में कृषि पर्यवेक्षक मुख्यालयों की सौगात |
10 | स्वस्छता | तालाब जीर्णोद्धार के साथ सीवरेज व रैन बसरो की सौगात |
Chetan Dudi FAQ
चेतन डूडी का जन्म कब हुआ था
चेतन डूडी का जन्म 04 जुलाई 1979 डीडवाना के नजदीकी गाव मंडूकरा में एक किसान परिवार में हुआ था
चेतन डूडी ने पहली बार चुनाव कब लड़ा था
चेतन डूडी एक उच्च शिक्षित राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने अपने राजनेतिक जीवन में पहला विधानसभा चुनाव 2013 में लड़ा था
चेतन डूडी ने 2018 का चुनाव कितने वोटो से जीता
चेतन डूडी ने 2018 का चुनाव 40000 वोटों से जीता था
चेतन डूडी ने पढाई कहा तक की है
चेतन डूडी राजस्थान के ख्यातनाम शिक्षण संस्थान बिरला पब्लिक स्कूल से पिलानी से स्कूली शिक्षा पूरी करी तो तत्पश्चात दिल्ली विश्व विद्यालय से स्नातक पूर्ण की इसके बाद दिल्ली विश्व विद्यालय से ही LLB पास की |
चेतन डूडी ने क्या क्या विकास कार्य किया
आपके द्वारा आभा नगरी डीडवाना की पहचान देश स्तर पर सुनिश्चित करवाने व लोगों की प्रशासनिक तंत्र से करीबी को रेखांकित करवाने लिए डीडवाना को जिले की सौगात दी
चेतन डूडी का परिवार
चेतन डूडी के परिवार की बात करे तो ये दो भाई है बड़ा भाई दिल्ली में बतोर लोकसेवक कार्यरत है चेतन डूडी का विवाह सुमन देवी के साथ हुआ था इनके 2 संतान है
Chetan Dudi की शिक्षा
चेतन डूडी राजस्थान के ख्यातनाम शिक्षण संस्थान बिरला पब्लिक स्कूल से पिलानी से स्कूली शिक्षा पूरी करी तो तत्पश्चात दिल्ली विश्व विद्यालय से स्नातक पूर्ण की इसके बाद दिल्ली विश्व विद्यालय से ही LLB पास की |
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